Short Motivational story in Hindi for Success

“Short Motivational story in Hindi for Success”  aaj ke samay me success pane ke liye hame motivate hona bahut jaruri hai kyoki motivation ke bina ham success ko nahi pa sakte isiliye maine apne readers ke liye kuchh short motivational story lekar aaya hu.

Short Motivational story in Hindi for Success – अगर आप सब कुछ बैठ कर ही सोचते रह गए तो क्या वह कभी पूरा हो पाएगा आपने अधिकतर लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि अगर भाग्य में होगा तो वह जरूर हमारे पास आएगा और हमें मिलेगा लेकिन क्या आपको पता है कि भाग्य भी यही सोचता है कि अगर वह मेरे पास आएगा कुछ करेगा तो मैं उसे उसके हिस्से की खुशियां धन दौलत सफलता उसे दूंगा

लेकिन हम उसके इंतजार में बैठे रहते हैं और वह हमारे इंतजार में और इसी तरह हमारा पूरा जीवन निकल जाता है और हम जिस प्रकार पैदा हुए रहते हैं उसी प्रकार मर जाते हैं तो अगर आपको अपने जीवन में सफल होना है नई मुकाम हासिल करना है कुछ नया बनना है कुछ नया करके दिखाना है तो बैठे ना रहिए उठिए और चलना शुरू करिए

चलिए कुछ दूर कुछ दिनों तक चलिए और उसके बाद फिर दौड़ना शुरू कीजिए और तब तक दौड़ीये अपने लक्ष्य के पीछे जब तक कि आपको आपके लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए तब तक आप चैन से ना सोनिए ना चैन से बैठिए आप अपने गोल के प्रति अपने लक्ष्य के प्रति वफादार बने रहिए और उस पर कार्य करते रहिए कोई ऐसी चीज नहीं है जो आप को पीछे हटा सके अगर आपने एक बार संकल्प कर लिया है और अपने लक्ष्य के पीछे चलना शुरू कर दिया है तो

चलते रहिए चलते रहिए और बीच-बीच में अपने आप को यह देखते रहिए कि मेरे में कोई कमी तो नहीं आ रही है अगर कोई कमी आ रही हो तो उसे दूर करिए जिस प्रकार हमारे घरों में आलू रखा होता है उसमें अगर एक ख़राब हो जाता है तो उसे निकाल कर के फेंक दिया जाता है और हमारे घर के जो बुजुर्ग होते हैं वह उसका दिन-प्रतिदिन ध्यान रखते हैं 2 दिन 3 दिनों में एक बार जाकर के आलू के स्टाक को देखते हैं कि इसमें कोई ख़राब तो नहीं हो रहा है अगर कोई ख़राब हो रहा होता है तो उसे निकाल कर फेंक देते हैं

क्योंकि अगर एक आलू सड़ गया तो वह उसके अगल बगल के कई आलुओ को ख़राब कर देगा अतः हमें अपने अंदर भी इसी प्रकार ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर हमारे अंदर एक भी अवगुण आ गया तो वह हमारे अंदर बहुत सारे अवगुण को पैदा कर सकता है जिससे हमारा पूरा का पूरा किया धरा सब नष्ट हो सकता है अतः हमें अपने लक्ष्य के पीछे दौड़ते रहना चाहिए उस पर कार्य करते रहना चाहिए साथ ही साथ अपने अंदर अगर कुछ बदलने की जरूरत है तो उसे भी बदलना चाहिए और पीछे नहीं हटना चाहिए

क्योंकि अगर आपने चलना शुरू कर दिया तो मंजिल दूर नहीं है आपने अक्सर किसी को यह कहते हुए सुना होगा कि अरे यार मैं यहीं पर बैठा हूं और तुम 100 किलोमीटर दूर जाकर के इस कार्य को करके चले आए शायद आपने जरूर सुना होगा अपने अपने पड़ोस में ऐसा इसलिए 100 किलोमीटर दूर जाकर के किसी कार्य को इसलिए करके आ गया क्योंकि उसने चलना शुरू कर दिया था और दूसरा व्यक्ति कुछ नहीं कर पाया क्योंकि वह बैठा था बैठा ही रह गया

आप भी अपने जीवन में कुछ प्राप्त करना चाहते हैं कुछ हासिल करना चाहते हैं कुछ ऐसा चाहते हैं जिसे लोग आपका नाम ले कुछ ऐसा करना चाहते हैं जो सबके हित के लिए हो या आपके ही हित के लिए हो या आपके परिवार के हित के लिए हो तो आप बैठे मत रहिये, अभी उठिए और चलना शुरू करिए और आपके सामने सफलता जरूर मिलेगी क्योंकि अगर आपको नहीं पता है कि सफलता कितनी दूरी पर है तो आपको तब तक चलते रहना पड़ेगा जब तक आपको सफलता दिखने ना लगे

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