dahej ke lalchi log | लोग दहेज क्यों लेते हैं
आज हम बात करेंगे दोस्तों कि लोग दहेज क्यों लेते हैं एक बार में एक बस में सफर कर रहा था उसी दौरान एक लड़की से मुलाकात हुई हमारी जो अपने बारे में बताने लगे कि मेरी शादी दो बार टूट चुकी है दहेज के कारण से मैं बहुत ही बदनसीब लड़की हूं जो मेरी शादी मेरे गरीबी का मजाक उड़ा रही है dahej ke lalchi log
तभी मैंने जवाब दिया कि आप बिल्कुल ही चिंता मत कीजिए जब आपकी शादी लिखी होगी तब आपकी हो जाएगी ना आपको दहेज देना पड़ेगा और ना ही किसी के पैरों पर गिरना पड़ेगा तभी उस लड़की ने जवाब दिया कि यह सिर्फ बातें अच्छी लगती हैं होता कुछ नहीं है जिसका नसीब खराब हो उसको कुछ अच्छा नहीं लगता और उसे सिर्फ यह मन गण कहानियां ही लगती हैं dahej ke lalchi log
तभी उसने एक बात और कही सरकार इस दहेज को खत्म क्यों नहीं करा देते तभी मैंने कहा यह तुम क्या कह रही हो अभी थोड़ी देर पहले बताई कि मेरे भैया की शादी हुई जिसमें लड़की वाले ने ढाई लाख रुपया और एक बाइक दिया था और अब कह रही हो कि सरकार दहेज क्यों नहीं बंद करते तो सरकार इसलिए दहेज नहीं बंद करती क्योंकि लेने में हमको बहुत अच्छा लगता है
लेकिन देने में नहीं आप सपोर्ट कीजिए कि आपके भाई का शादी हुआ तो आपने क्या एक भी रुपया छोड़ा यहां तक अगर जो लड़की के घर वाले ने ढाई लाख रुपए देने के लिए बोला और वह ₹200000 देते तो भी शादी नहीं होती और मैंने यह भी कहा अगर जो दहेज को रोकना है तो हमारी सोच बदलनी होगी हम तो मैट्रिक पास रहते हैं और खोजते हैं
कि लड़का मुझे चाहिए सरकारी नौकरी वाला बाप का खेत पिक जाए जमीन बिक जाए यहां तक बाप खुद बिक जाए लेकिन सरकारी नौकरी वाला और बढ़िया लड़का ही चाहिए यह क्यों नहीं डिसाइड करते हैं कि मैं अगर जो हाईस्कूल पास हूं तो लड़का भी मुझे हाई स्कूल पास ही चाहिए तब तुम्हें यह भी कहने का हक होगा कि मैं भी बराबर तुम भी बराबर फिर दहेज किस बात की दोस्तों यह दहेज की जो लत है
यह बहुत ही गंदी है अक्सर हम दूसरे को ही देख कर बोलते हैं यानी अगर जो हमें यह लेना होगा तो हम बोलेंगे बहुत अच्छा है दहेज लेकिन जब मुझे देना होगा तो बहुत ही गंदा दहेज और मुझे लगता है कि शायद मेरे इस जन्म में तो नहीं लेकिन अगले जन्म भी कभी कोई टीका नहीं लेता हूं लेकिन आगे जाने पर शायद दहेज खत्म हो जाए तो दोस्तों आशा करता हूं यह पोस्ट आप लोगों को बहुत ही खूबसूरत लगा होगा आपको अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद