Chalaak Machhuaara hindi kahani for kids
एक गांव में एक मछुआरा रहता था वह काफी ईमानदार और होनहार था वह प्रतिदिन नदी में जाकर तीन बार अपनी जान सकता हूं और अपने नियम के अनुसार चलता मछली मिले तो भी ठीक है और ना मिले तो भी ठीक है लेकिन वह अपने नियम पर काफी सख्त था वह कहता था की मैं सिर्फ नदी में तीन बार जाल फेंक लूंगा मछली मिलेगी तो भी ठीक है नहीं मिलेगी तो भी ठीक है इसके कारण से मछुआरा बेचारा कभी-कभी भूखा भी सो जाता था क्योंकि कभी-कभी उसे मछलियां मिलती ही नहीं थी एक दिन अचानक नदी के किनारे पहुंचता है और अपना जाल एक बार फेकता है तो उसे थोड़ी देर बाद अचानक जाल में कुछ भारी सा लगता है वह जाल को तेजी से खींचता है और कहता है कि लगता है Chalaak Machhuaara hindi kahani for kids
इस बार मछलियां फंसी है जाल को जैसे ही खींचते जाता है जैसे जैसे नजदीक पहुंचती जाती है जान उसकी खुशी और भी दुगनी बड़ी जाती है और जैसे ही जाल करीब आती है तो देखता है कि जाल में सिर्फ बेटे और पत्थर ही है यह देखकर मछुआरा बहुत ही दुखी हो जाता है और अपनी दुबारा जाल फेंकता है तब फिर उसे कुछ बड़े चीज का सिग्नल मिलता है लगता है उसे कि कोई बड़ी चीज किसे मेरी जाल में फंस चुकी है और उसे खुशी का ठिकाना नहीं रहता और वह अपने जाल को खींचना धीरे-धीरे स्टार्ट कर देता है और तभी जाल को ऊपर खींच कर देखता है तो दूसरी बार ही भी उसके जाल में ईटा पत्थर के अलावा कुछ नहीं रहते हैं तभी वह तीसरा बार जाल सकता है और थोड़ी देर बाद उसके जाल में फिर से वजन लगता है Chalaak Machhuaara hindi kahani for kids
और लेकिन इस बार वह खुश नहीं होता है कहता है क्या भरोसा अब चालू पर आ जाएगी तभी हम खुश होंगे और भारी लगता है फिर भी वह जाल को खींचता नहीं है कुछ देर बाद ज्यादा भारी लगने लगती है जान तो जाल को धीरे-धीरे ऊपर खींचने लगता है जैसे ऊपर खींचता है तो देखता है और पत्थर और एक चिराग रहता है उस चिराग को उठाता है हाथ में तो सोचने लगता है कि यह बहुत ही पुरानी चिराग है इसमें आखिर में है क्या उस चिराग का जैसे ही ढक्कन उठाता है उसमें से एक जीन निकलता है और वह जीन कहता है कि आज से मैं आपका गुलाम हूं आप जो चाहे वह काम हमसे करा सकते हैं लेकिन ध्यान दीजिए चीन ने यह भी कहा कि अगर मेरे लिए काम नहीं रहेगा तो मैं आपको मार कर और हमेशा के लिए आजाद हो जाऊंगा मछुआरा इस बात को सुनकर बहुत ही खुश हुआ कहा इससे दिन भर और रात भर काम करा लूंगा और मैं आराम से सोऊंगा बैठूंगा तभी वह कहता है Chalaak Machhuaara hindi kahani for kids
कि मुझे काम दो वरना मैं तुम्हें मार कर आजाद हो जाऊंगा तभी मछुआरा कहता है मेरे लिए खाने का बंदोबस्त करो तभी जिन उसके लिए फटाक से खाने का बंदोबस्त कर देता है कहता है और मुझे काम दो वरना मार कर मैं हमेशा के लिए आजाद हो जाऊंगा तो कहता है ठीक है मेरे रहने के लिए घर बना दो फटाक से चंद मिनटों में ही घर तैयार हो जाता है फिर कहता है जिन और काम बताओ मुझे वरना मैं तुम्हें मार दूंगा अब इस बात को सोचकर मछुआरा बहुत परेशान हो गया कि यह बड़े-बड़े काम चंद मिनटों में खत्म कर दे रहा है तो लगता है आज नहीं तो कल यह काम खत्म करके और मुझे मारी देगा तब उस मछुआरे के दिमाग में एक आइडिया आता है वह कहता है कि महल के पास एक सीढ़ी बनाओ तो जिन फटाक से सीढ़ी बना देता है और उसके बाद मछुआरा बोलता है अब तुम सीढ़ी पर चढ़ने और उतरने का काम करोगे जिन इस बात को सुनकर समझ जाता है यह बहुत ही चालाक है और वह चिड़ियों से चढ़ने उतरने का काम शुरू कर देता है और जब मछुआरे को कोई काम रहता था तो उसे बुलाकर अपना काम करा लेता और फिर से सीढ़ियों पर चढ़ने उतरने का काम दे देता तो दोस्तों कैसी लगी आपको कहानी कमेंट करके हमें जरूर बताइएगा धन्यवाद