pati patni ki life story

pati patni ki life story

एक घर की कहानी यह कहानी एक सच्चे इंसान की है जो 24 घंटे अपने बीवी बच्चों के बारे में सोचने वाला था मगर उसे क्या मिला इस कहानी से आपको पता चलेगा उस इंसान का नाम राम था राम बहुत ही होनहार एक पिता था जो कभी अपने परिवार पर कोई मुसीबत ए नहीं आने देता था pati patni ki life story

लेकिन उसकी बीवी उसे हमेशा टॉर्चर करती थी वह सोचता था शायद 1 दिन ऐसा आएगा जब मैं अपने पूरे परिवार का दिलजीत लूंगा मगर उसकी बीवी बहुत घमंडी थी वह एकदम परेशान हो गया था तब उसने निर्णय लिया कि मैं अब अपना घर छोड़ कर चला जाऊंगा उसने सब के नाम पर पैसे फिक्स कर दिया अपने दोस्त के सामने दोस्त ने मना भी किया तुम्हारी जिंदगी भर की कमाई है pati patni ki life story

और तुम अपने लिए कुछ नहीं रख रहे हो सारे अपने बीवी बच्चों के और पिता और मां के नाम पर फिक्स कर दे रहे हो तभी उस दोस्त ने कहा यानी राम ने पैसे का क्या यार मैंने तो अपने परिवार के लिए कमाए हैं तभी उसके दोस्त ने कहा तुमने अपने लिए कुछ नहीं कमाए उसने कहा जब परिवार खुश रहेगा तो मैं भी खुश रहूंगा यह कहते हुए अपने दोस्त के पास जो भी पेपर थे

जो पैसे को फिक्स किए थे वह सारे रख दिए और अपने घर से निकल गए ना तो अब राम के पास पैसे थे खाने के लिए और ना कहीं रहने के लिए जगह था राम दिनभर सड़कों पर भटकता रहता और जो उसे इधर उधर से मिलता उसे खाता और अपना दिन पार करता एक दुकान के सामने हमेशा जाकर रात में सोया करता था

उस दुकान का मालिक सुबह-सुबह अपना दुकान खोलता था दुकान खोलने से पहले राम को बहुत परेशान करता था जैसे ठंडा पानी फेंक देना उसे लात से मारना लेकिन फिर भी राम को बुरा नहीं लगता था फिर भी उसके दुकान के सामने रात में जाकर सोता था एक दिन दुकान का मालिक जब अपने दुकान को खोलने के लिए सुबह आया तो देखा वह भिखारी नहीं था और उसके दुकान का एक ताला खुला हुआ था दुकानदार समझा लग रहा है

वह भिखारी मेरा एक ताला खोला है तभी सुबह हो गया है और वह अपने सीसीटीवी कैमरे में देखने लगा तभी देखा उसने तो उसके होश उड़ गए उसके दुकान पर कुछ चुरा कर ताला खोलने की कोशिश किए जो राम ने उनको ताला नहीं खोलने दिया चोरी नहीं करने दी उसके बाद दुकान का मालिक ढूंढने लगा आखिर में वह भिखारी गया कहां ढूंढते ढूंढते काफी दूर गया उसे वह भिखारी मिल गया या नहीं राम फिर उस सेठ ने कहा तुम्हारा नाम क्या है

राम ने अपना नाम बताया तब सेठ ने उसकी तलाशी ली तभी उसके पास एक पर्स मिला जिसमें उसकी फैमिली की फोटो थी सेट फोटो को देख कर उदास हो गया उसने सोचा इतना बड़ा आदमी होते हुए भी इस हालत में आखिर में कैसे आया उसमें एक उसके कंपनी का कार्ड भी मिला सेठ ने उस नंबर पर कॉल किया और उसकी इनफार्मेशन दी उसके सारे घर वाले अपनी गलती की माफी मांगी और उसे अपने घर ले गए लेकिन आपको क्या लगता है दोस्तों आप हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा आपको अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद

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