Moral Stories in Hindi
गधे और ऊंट की कहानी एक जंगल में एक गधा और एक ऊंट रहता था वह दोनों एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त थे वह साथ मिलकर खाते और साथ मिलकर रहते थे Moral Stories in Hindi
एक दिन जंगल में गधा ज्यादा खाना खा लिया जिससे कि उसका पेट भर गया और वह जोर जोर से चिल्लाने लगा तभी उसने कहा तुम चिल्लाना बंद करो मेरा सर दुख रहा है
गधे ने कहा अरे यार मैं जब ज्यादा खाना खा लेता हूं तो मैं अपने आप को रोक नहीं पाता हूं तभी ऊंट ने कहा रुक जाओ नहीं तो बगल वाले जानवर सुनकर आएंगे
और हम दोनों को मार डालेंगे गधा चुप हो जाता है थोड़े दिन गुजर जाते हैं तो वहीं पर बगल में कुछ अंगूर लगे हुए रहते हैं जो कि एक किसान के रहते हैं गधा कहता है
चलो हम लोग नदी के उस पार चलते हैं और उस अंगूर को खाकर आते हैं ऊंट कहने लगा अगर जो किसान हमें पकड़ लिया तो बहुत मारेगा गधा कहने लगा रे यार अब डरो भी
मत चुपके से चले और खा कर चले आएंगे और अपने पेट पर गधे को बिठाकर नदी को पार कर लेते हैं और अंगूर खाने लगते हैं गधा का पेड़ जल्दी भर जाता है
और वह जोर जोर से चिल्लाने लगता है वह कहता है अब चिल्लाना बंद कर दो वरना किसान जान जाएगा तो हमें मारने लगेगा गधा कहने लगा अरे यार क्या करूं
अब मैं अपने आप को नहीं रोक सकता हूं और वह जोर जोर से चिल्लाने लगा इतने देर में किसान को भनक लग गई किसान डंडा लेकर दौड़ने लगा जिसको देखकर
गधा और और दोनों भागने लगे सामने पत्थर से टकराया और गिर गया जिसके कारण से ऊंट को चोट लग गई भागकर ऊंट को तो चोट लगी थी परंतु गधे को कुछ नहीं हुआ था
कथा उसके पेट पर बैठकर नदी पार करने लगा तभी उसने कहा दोस्त मैं गिर गया हूं जिससे मुझे बहुत चोट लगी है तुम पानी में उतर कर देख लो अब मैं तुम्हारा भार नहीं उठा सकता हूं
गधा कहने लगा अरे यार मुझे तैरना भी नहीं आता है इतने में ऊंट कहने लगता है तो मैं क्या करूं और गधे को पानी में गिरा देता है जिसे गधा डूब जाता है तो इससे हमें यह सीख मिलती है
कि अपने बराबर वाले से ही दोस्ती की जाती है तो कैसी लगी दोस्तो हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा