mandak rajkumar hindi story

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बहुत समय पहले की बात है रानी अब 16 साल की हो गई थी वह जैसे ही आंखों ली उनके पिताजी उनके सामने खड़े थे पिताजी को खड़ा देखकर राजकुमारी बोली आज मेरा जन्मदिन है पापा आप मुझे क्या गिफ्ट देंगे तभी राजा बोले मैं अपनी सोने की गुड़िया के लिए सोने का गेंद लेकर आया हूं mandak rajkumar hindi story

राजकुमारी गेंद को देखकर बहुत खुश हुई और उस गेंद से राजकुमारी खेलने लगी गेंद के साथ सोती थी गेंद से काफी राजकुमारी को लगा हो गया था एक दिन तालाब के किनारे रानी अपने गेंद को उछाल कर खेल रही थी तभी अचानक गेंद हाथ से छूट गई और वह तालाब में गिर गई रानी बहुत दुखी हुई और mandak rajkumar hindi story

रोने लगी एक मेंढक रानी को रोता हुआ देखकर बोला आप क्यों रो रही हैं तभी रानी ने बताया कि मेरा बोल इस तालाब के अंदर चला गया है जो मेरे पिताजी ने मुझे जन्मदिन के दिन दिया था

मेंढक बोला ठीक है मैं तुम्हारी गेंद ला कर दे दूंगा लेकिन मेरी शर्त है रानी ने कहा क्या शर्त है तुम्हारी मेंढक ने कहा जब मैं आप की गेंद ला कर दूंगा तो आपको मुझे अपने राज महल ले जाना होगा अपने साथ अपने थाली में खाना खिलाना पड़ेगा और अपने साथ सुला ना पड़ेगा मुलायम बिस्तर पर रानी यह बात सुनकर सोचने लगे पहले गेंद तो मिल जाए इसे कौन ले जाता है

रानी बोली ठीक है पहले मेरी गेंद ला कर दो मेंढक तैरते हुए नीचे गया और वहां से रानी के गेंद ला कर दे दिया रानी गेंदले लेकर जाने लगी तभी मेंढक बोला रानी साहिबा मुझे नहीं ले चलेंगे आपने वादा किया था रानी कहने लगी तुम्हारे जैसे बदसूरत जानवर को भला राज महल कैसे ले जा सकती हूं तुम तालाब के ही लायक हो और तालाब में ही रहो रानी साहिबा और राजा साहब दोनों खाना खा रहे थे तभी द्वारपाल आया और राजा साहब का बोला एक मेंढक आया हुआ है जो कह रहा है

कि रानी ने खाने पर निमंत्रण दिया है राजा साहब रानी से पूछने लगे रानी ने सारी बातें बताई तभी राजा साहब गुस्से से बोले तुम अपने वादे की पक्की नहीं हो तुमने जब वादा किया है तो तुम्हें निभाना भी चाहिए रानी को बहुत शर्मिंदगी हुई और राजा साहब द्वारपाल को बोले ठीक है उसे मेंढक को अंदर भेज दो मेंढक जैसे ही अंदर आया वह खाने के टेबल पर कूद कर चढ़ गया

और रानी के प्लेट से खाना खाने लगा रानी अपने पापा को देखते हुए वह भी खाना खाने लगी रात में रानी ना चाहकर भी अपने बिस्तर पर उस मेंढक को सुलाया मेंढक ने कहा सुबह उठकर रानी साहिबा अब मेरी आखरी शर्त है प्लीज आप इसे पूरा करेंगे मैं आपके पास से हमेशा के लिए चला जाऊंगा आपको मुझे किस करना होगा रानी ने सोचा यह किसकी ही तो बात है

हमेशा के लिए छुटकारा तो मिल जाएगा और रानी साहिबा ने जैसे ही मेंढक को किस की मेंढक एक बहुत ही खूबसूरत राजकुमार के भेष में हो गया और बताने लगा कि मैं एक इंसान था

मुझे एक जादूगरनी ने अपने श्रॉफ से मेंढक बना दिया था लेकिन उससे मुक्ति के लिए मुझे आपके प्लेट में खाना खाना पड़ा और आपके साथ सोना पड़ा अगर जो आपकी इस नहीं करती तो मैं इंसान कभी नहीं बन पाता मैं आपका बहुत बड़ा आभारी हूं तो कैसी लगी कहानी दोस्तों हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा आपको अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद

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