kahani in hindi for child | चालाक लोमड़ी
एक जंगल में एक कौवा रहता था वह रोज सुबह खाने की तलाश में निकल जाता और उसी जंगल में एक लोमड़ी भी रहती थी जो बहुत ही चालाक थी उसे भी भूख लगी थी वह भी खाने की तलाश में निकले थे तभी कवर उड़ते उड़ते शहर के तरफ चला जाता है और वहां उसे कुछ खाने की चीजें मिलती हैं जो लेकर जंगल आता है kahani in hindi for child
और पेड़ पर बैठकर खाने लगता है तभी वहां से एक लोमड़ी गुजरती है लोमड़ी कौवा के मुंह में देखती है खाने वाली चीज अब वह सोचने लगती है कि मैं कौवे को मुंह में जो चीज है वह मैं कैसे खा सकती हूं और दिमाग लगाने लगे तभी कौवे के पास गई और कौवे से बोली तुम बहुत ही अच्छे हो तुम्हारी आवाज तो और भी अच्छी है kahani in hindi for child
और तुम्हारे पंख भी बहुत ही अच्छे हैं और तुम्हारी आंखें भी बहुत सुंदर है यह सुनकर कौवा बहुत खुश हुआ और कहने लगा हां मैं सारे पंछियों में बहुत ही खूबसूरत तो दिखता ही हूं यह बात मन में सोचते हुए मुस्कुराया तभी लोमड़ी समझ गई कि यह मेरे जाल में फंस चुका है लोमड़ी ने कहा तुम मधुर आवाज में कुछ बोल कर मुझे दिखाओ मुझे लगता है
कि कोयल से भी सुंदर तुम्हारी आवाज होगी कौवे इस बात को सुनकर जोर जोर से कांव-कांव करने लगता है और उसके मुंह से खाने वाली चीज छूट जाती है और लोमड़ी उसे फटाक से जमीन पर गिरते हुए उसे उठाकर खा जाती है कौवा बड़ी निवास होता है और सोचने लगता है कि काश मैं किसी के झांसे में नहीं आया होता तो आज यह चीज खाया होता तो इसीलिए कहते हैं
दोस्तों कभी कभी कोई इंसान अगर जो आपकी पढ़ाई करता है उसके बड़ा यूको पर रखिए कि वह क्यों कर रहा है इसके पीछे रीजन क्या है क्योंकि कई बार लोग चढ़ाने के लिए भी बढ़ाई करते हैं जिससे कि इंसान अपने बड़ाईक में आकर कोई भी फैसला ले लेता है तो उन फैसलों से बचे दोस्तों और कहानी कैसे लगी हमें कमेंट करके बताइए