jiski lathi uski bhais very short story in hindi
एक गांव में एक यादव रहता था वह काफी भैंसो को रखा था और उन्हें दूध दो कर उन्हें गांव-गांव में घुमाकर बेचता था और वह बहुत ही ईमानदार था वह कभी भी दूध में पानी नहीं मिला था था इस तरीके से उसके बहुत सारे कस्टमर हो गए जिसके कारण से उसे दूध की कमी होने लगी वह कब पूरे अपने कस्टमर को दूध नहीं दे पाता था इसलिए उसने डिसाइड किया कि मैं अब एक और भैंस खरीद लूंगा और वह पैसे लेकर भैंस खरीदने निकल पड़ा तभी गया भैंस के तबेले में जाकर बोला कि मुझे एक भैंस चाहिए तबेले के मालिक ने कहा बताओ इसमें से कौन सी तुम्हें भैंस पसंद है jiski lathi uski bhais very short story in hindi
उसे तुम ले लो यादव बहुत समय तक सारी भैंसों को देखता रहा उसे एक सबसे किनारे भैंस खड़ी थी वह पसंद आ गई और कहा यह भैंस मुझे दे दो तभी तबेले के मालिक ने कहा तुम बहुत समझदार हो तुमने वही भैंस चुना है जो 1 दिन में 7 लीटर दूध देती है और तुम्हें इससे काफी दूध मिलेगा और यह दोनो टाइम दूध देती है यह कह कर उस भैंस को खरीद कर लेकर चल दिया और जैसे ही आगे गया तब तक अचानक जंगल में उसे एक चोर मिला जो हाथ में डंडा लिया हुआ था और बोला यह भैंस मुझे दे दो एक चोर मिला जो हाथ में डंडा लिया हुआ था और बोला यह भैस मुझे दे दो jiski lathi uski bhais very short story in hindi
यादों ने कहा क्यों भाई यह तो बस मेरी बोला चुपचाप में यह भैंस दे दो मुझे वरना मैं तुम्हारा मार के सर फोड़ दूंगा तभी यादव ने कहा ठीक है ले लो और यादों भैंस को दे दिया उसके बाद चोर जाने लगा तभी यादव ने कहा अब भैंस तो ले लिए कम से कम डंडा तो मुझे दे दो चोर ने सोचा चलो दे ही देते हैं डंडा दे दिया उसके बाद डंडा दिखाकर यादव ने कहा कि अब मुझे मेरी भैंस दे दो वरना मैं तुम्हारा मार कर सर फोड़ दूंगा इस तरीके से चोर ले भैंस को वापस दे दिया इसीलिए कहते हैं दोस्तों जिसकी लाठी उसकी भैंस