akbar birbal story in hindi
1 दिन की बात है बीरबल अपने दरबार में बैठे हुए थे तभी महारानी आकर बोली कि आप हमारे भाई को मंत्री का पद दे दीजिए आप हमेशा बीरबल क्यों ही सब आशिया करते हैं थोड़ा हमारे भाई पर भी प्यार लुटा दिया करिए कभी हंसते हुए अकबर बोले बीरबल बहुत ही समझदार है और वह कोई भी काम समझदारी के साथ करता है इसीलिए मैं बीरबल को सबसे ज्यादा मानता हूं रानी कहने लगे इतना तो मेरा भाई भी कर सकता है तभी बीरबल बोले ठीक है akbar birbal story in hindi
एक इंतहा देना पड़ेगा आपके भाई को अगर जोश इंतहा में पास हो जाएगा तो मैं सबसे बड़ा समझदार समझ जाऊंगा अपने दरबार में बीरबल को और अपने साले को बुलाया और अकबर बोले कि तुम दोनों मेरा संदेश लेकर बगल के राज में चले जाओ इस बात को मानकर बीरबल और अकबर के साले दोनों चल पड़े वहां जाने के बाद वहां के राजा को संदेश दिए वहां के राजा जब संदेश को पढ़ने लगे तो संदेश में लिखा हुआ था कि इन दोनों को फांसी दे दीजिए अपने राज में तभी वहां के राजा बोलते हैं इन दोनों को बंदी बना लो इन दोनों को फांसी दी जाएगी कल यह बात सुनकर बीरबल का साला जोर जोर से रोने लगा लेकिन बीरबल चुपचाप जाकर बंदे बन गया तभी अकबर का साला बीरबल से बोला कि आप थोड़ा भी निराश नहीं है akbar birbal story in hindi
कल हम लोग को फांसी होने वाली है बीरबल बोले इसमें निराश की क्या बात है हम इसमें कुछ दिमाग लगाते हैं और जैसा मैं कहूं वैसा करो तो तुम भी फांसी से बच सकते हो और मैं भी तभी बीरबल के दिमाग में एक आइडिया आया और बीरबल बोले ऐसा है कल जब हम लोग को फांसी लगेगी उस समय हम लोग को बोलना है कि जो हमें फांसी देगा उसकी राजपाट सब खत्म हो जाएगी ऐसा दूर के ऋषि मुनि ने कहा है और यह कहकर अगले दिन फांसी के लिए जब पहुंचे तो फांसी में यह बातें कह दिए वहां के राजा जो थे वह फांसी से मना कर दिए तभी अकबर का संदेश आया कि इन दोनों को फांसी नहीं बल्कि इनकी ट्रेनिंग थी तो दोस्तों इस कहानी से हमें यह सीखते हैं कि हमारा अकलमंद दिमाग ही सबसे ज्यादा तेज होता है और इससे हम अपने आप को हमेशा बचा सकते हैं धन्यवाद