Hindi Short Funny Stories in Hindi with morals
Hindi Short Funny Stories in Hindi with morals – सन 1918 की बात है एक गांव था उस गांव का नाम धर्मी पुर था उस गांव के लोग 8:00 बजे के बाद कभी भी घर से बाहर नहीं निकलते थे क्योंकि 8:00 बजे के बाद वहां पर भूतों का राज चलता था जिसकी वजह से सभी गाँव वाले डरते थे और रात में घर से बहार नही निकलते थे एक बार एसा हुआ कि एक हनुमंत नाम का एक लेखक गलती से उस गांव में चला आया और उसे गांव घूमते घूमते रात हो गई और शाम के 7:30 बज गए
उस बक्त गांव के बाहर से गांव वासी आ रहे थे उन्होंने देखा कि एक आदमी बैग लटकाए खड़ा है गांव वासियों ने हनुमंत से कहा आप यहां क्या कर रहे हो इस गाँव में 8:00 बजे के बाद घूमना मना है क्योंकि यहां पर भूतों का साया है यह सुनकर हनुमंत हंसने लगा और बोला कि मैं यहां पर रास्ता भूल कर चला आया हूं क्या आप लोग मुझे आज रात के लिए अपने गांव में रहने की अनुमति देंगे
गांव वासी मान गए हनुमंत को एक अज्जू नाम का किसान अपने घर ले गया और अच्छे से खातिरदारी की और रात के 8:30 बज चुके थे सारे लोग सोने चले गए और हनुमंत चुपके से दरवाजे के बाहर झांका तभी उसको एक कंबल ओढे आदमी खड़ा दिखाई दिया हनुमंत ने सोचा सभी लोग कहते हैं कि 8:00 बजे के बाद कोई बाहर नहीं निकलता है तो यह आदमी तो बाहर निकला है
तभी वह आदमी चलने लगा और हनुमंत उसका पीछा करने लगा यह जानने के लिए कि वह आदमी कहां जा रहा है वह आदमी चलते चलते गांव के बाहर वाले बरगद के पास आकर गायब हो गया यह देख कर हनुमंत का रूह कांप उठा तभी पीछे से एक आवाज आती है ओए इधर आओ और हनुमंत पीछे मुड़ ता है पर वहां कोई नहीं रहता और वह जैसे ही आगे मुड़ता है अचानक से उसके सामने एक आदमी आ जाता है
उसका सर नहीं रहता है और उसकी पैर पीछे की तरफ घूमी रहती हैं यह देख कर हनुमंत डर के मारे भागने लगता है तभी उस बरगद का पेड़ अपने जड़ों द्वारा हनुमंत को पकड़ लेता है और उसका गला दबाकर मार देता है इस प्रकार हनुमंत की मौत हो जाती है
अतः इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है की किसी अनजान जगह पर जाना चाहिए तो वहा के लोगो के अनुसार चलना चाहिए