small children story in hindi चलाक चींटी
एक जंगल में एक चींटी रहा करती थी और वहीं पर एक मेंढक बिरहा करता था मेंढक बहुत ही आलसी था उसे दिन भर सोना बहुत ही पसंद था वह कोई भी काम अपना समय से नहीं करता था और चींटी अपने खाने-पीने की चीजों को ले जाकर स्टोर कर दी थी जिससे वह अपने बच्चों का और अपना पेट भी भर दी थी small children story in hindi
और साथ ही साथ आने वाले समय के लिए कुछ खाना बचा कर भी रखते थे यह सोचती थी कि काश कभी ऐसा वक्त ना आए जिस समय खाना मिले ना तो उस समय हम इस खाने को इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन मेंढक ऐसा बिल्कुल नहीं सोचता था वह बस यह सोचता था कि भला ऐसी कौन सी परेशानी आने वाली है small children story in hindi
तभी अचानक एक दिन चींटी खाने की चीजें ले जाती रहती है तो मेडक उसके रास्ते में आ जाता है और बोलता है यह तुम कहां ले जा रही हो भाई तुम्हारा तो छोटा सा पेट है तुम भला कितना खाओगे जो इससे ले जा रही हो तुम्हारा परिवार तो इसमें 10 दिन खाएगा तभी चींटी बोली मैं इसे उस वक्त के लिए ले जा रही हूं
जिस वक्त खाने पीने की चीजें ना मिले तो भी हम जीवित रह सके तभी मेडक इस बात पर हंसने लगा और बोला ऐसा कभी दिन ही नहीं आएगा कि धरती पर कुछ खाने पीने की चीज ही ना मिले तभी चींटी ने कहा धरती कि मैं बात नहीं कर रही हूं इस जगह की बात कर रहे हो जहां पर हम रहते हैं तभी अचानक कुछ दिन बाद वहां सूखा पड़ जाता है
वहां पानी भी नहीं रहता है मेडक भूखा प्यासा बेचारा इधर उधर घूमने लगता है उस जंगल के सारे जानवर भी मर जाते हैं तभी मेंढक सोचने लगता है अगर जो मुझे कुछ खाने पीने की चीजें नहीं मिली तो मैं भी बाकी जानवरों की तरह ही मर जाऊंगा तभी वह अचानक एक चींटी को देखता है जो खाने पीने की चीजों को आराम से बैठ कर खा रही होती है
तभी मेडक उसके पास जाता है और कहता है तुम्हें यहां पर खाने पीने वाली चीजें कहां से मिली तभी चींटी जवाब देती है याद करो उस दिन को जिस दिन मैं तुम्हें बोली थी कि खाने-पीने की चीजें स्टोर कर लो वर्ना ज़िंदगी भर पछताओगे यह बात सुनकर बहुत निराश हुआ मेंढक और चीटी उसे कुछ खाने पीने की चीजे दे दी तो कैसी लगी कहानी दोस्तों कमेंट करके जरूर बताइएगा धन्यवाद