murkh sher animal story in hindi
एक जंगल में एक शेर रहता था जो जंगल का राजा था वह बहुत गुस्से वाला था कभी-कभी गुस्से में वह गलत निर्णय भी ले लेता था एक दिन अपने दोस्त भेड़िए के साथ जंगल में टहल रहा था तभी अचानक उसे नदी अपनी दिखाई देती है तो शेर पूछता है भेड़िए से की इस नदी का पानी पूरब दिशा के भी जानवर पीते होंगे लोमड़ी ने कहा जी महाराज बिल्कुल सही तो बोला हमारे जंगल का पानी कोई और पिए हमारे नदी का हमें यह बर्दाश्त नहीं होगा तुम बांध लगवाओ और पानी पूरब दिशा में murkh sher animal story in hindi
नहीं जाना चाहिए शेर बहुत गुस्से वाला था इसलिए लोमड़ी ने कुछ भी नहीं बोला और वह चुपचाप आकर हाथियों से कह कर बांध बनवा दिया उसके बाद पानी पड़ने लगा जिसके कारण से सारे जानवरों के घर में पानी घुसने लगा उससे सारे जानवर परेशान होकर लोमड़ी के पास आए और बोले किस तरीके से अगर जो पानी बढ़ता रहा तो 1 दिन हमारे घर में घुस जाएगा और हम मर जाएंगे डूब कर आप कुछ कीजिए तभी लोमड़ी बोली ठीक है आप लोग जाइए मैं इसके बारे में बात करता हूं murkh sher animal story in hindi
तभी अचानक सोचने लगा कि अगर मैं यह शेर सिंह से यह बात कहूंगा तो शेर सिंह गुस्सा होकर हमें मार देंगे तभी वह जाकर अपनी गुफा में सो गया और जैसी आधा रात हुआ वह उठकर भालू के पास चला गया जैसे लोमड़ी भालू के पास पहुंचा तो भालू का काम यह था कि वह एक बड़ा सा घंटी रखा था जिस घंटे को सुबह-सुबह बजाता था जिससे सारे जंगल वाले उठ जाते थे उस दिन जाकर लोमड़ी बोला भालू से कि तुम घंटी बजा दो सुबह हो
गई है भालू ने कहा ऐसा मैं करूंगा तो शेर सिंह मुझ पर नाराज हो जाएंगे और मुझे मार डालेंगे तभी भेड़िए ने कहा बिल्कुल तुम मत डरो हम यहां पर हैं यह बात सुनकर भालू घंटी बजा दिया तभी अचानक सारे जानवर है जग गए तभी शेर गुफा से बाहर निकला तो देखा अंधेरा था यह देखकर बहुत गुस्सा हुआ और भालू के पास गया भालू से बोला अब तुम्हें दिखाई नहीं देता कि रात में तुम घंटी बजा दिए तभी भालू पूरी तरह डर गया और तभी उसी समय लोमड़ी बोली कि महाराज लगता है
कि पूरब की दिशा में जो पानी जा रहा था उसे हम लोग रुके हैं तो पूर्व दिशा के जो जानवर हैं वह लग रहा है सूरज की रोशनी को रोक लिए हैं इस बात को सुनकर शेर सिंह बोला आक्रमण के लिए तैयारी करो हम पूर्व के दिशा के सारे जानवरों को मार डालेंगे तभी लोमड़ी बोलिए हम रात के अंधेरे में कैसे तैयारी कर सकते हैं
तभी शेर बोला तो क्या इसके मतलब हम अंधेरे में रहेंगे लोमड़ी बोली बिल्कुल नहीं महाराज हम इसके लिए यह कर सकते हैं कि हम इधर से पानी छोड़े और वह उधर से रोशनी छोड़ें तभी शेर बोला कि नहीं हम अपना पानी मुफ्त में नहीं दे सकते किसी को तभी लोमड़ी बोली हम मुफ्त में कहां दे रहे हैं हम इधर से पानी छोड़ेंगे उधर से रोशनी लेंगे शेर सिंह को यह बात पसंद आई और सिंह ने आदेश दे दिया जब तक बांध टूटे तब तक सुबह हो गई तो कैसा लगा कहानी दोस्तों कमेंट करके जरूर बताइएगा धन्यवाद