बेईमानी की कमाई हिंदी स्टोरी
एक दूध वाला था जो डेली गांव में दूध बेचने जाता था अजय वह घर से निकलता बैलगाड़ी लेकर और उस पर भरा हुआ दूध लेकर तो बाहर में थोड़ी दूर पर ही जाता तो यह शीतला जी का मंदिर नजर आता है जहां पर वह रुक कर थोड़ी देर आराम करता और वहां से शीतल जल पीता फिर उसके बाद और थोड़ी देर और आराम करता और उसके बाद गांव के तरफ निकल जाता वहां जाने के बाद अपने दूध को भेजता और फिर वापस आता हूं ऐसे कुछ दिन बाद सोचते सोचते उन्होंने सोचा ग्राहक ज्यादा बढ़ गए हैं लेकिन दूध की कमी हो रही है फिर अचानक उसके मन में एक आइडिया आया कि क्यों ना पानी मिला दिया जा दूध में और वह दूध में पानी मिलाता गया जब वह जाता घर से निकलता तो शीतला मंदिर के पास जाता शीतल जल पीता और वहीं से पानी दूध में मिला देता ऐसे काफी दिनों तक चला उसके बाद महीने की आखिरी दिन आ गए आज सब से पैसे लेने थे बेईमानी की कमाई हिंदी स्टोरी
दूध वाले ने अपना दूध बांटा और सब से पैसा ले लिया उसके बाद वापस आया तो वही शीतला मंदिर के पास रुका वहां शीतल जल पिया उसके बाद वहां बैठा तब तक बंदर आया और पैसे के थैले लेकर पेड़ पर चढ़ गए अब दूधवाला बहुत परेशान हुआ कि मेरा थैला कैसे मिलेगा बंदर से बोला मेरा थैला मुझे वापस दे दो इसमें मेरे पैसे हैं बंदर ने थैले को उठाकर फेंक दिया एक थैले जो है वह पानी में गिर गया और एक थैला बाहर निकल गया अब दुधारू जोर-जोर से चिल्लाने लगा मेरे पैसे को कोई निकालो मेरे पैसे को कोई निकालो और उसके बाद पैसा डूब गया उसके बाद उन्होंने बोला यह बंदर यह तूने क्या किया बेईमानी की कमाई हिंदी स्टोरी
तेरा कभी भी भला नहीं होगा तूने मेरे पैसे को पानी में गिरा दिया तभी एक ऋषि-मुनि वहां आता है और बोलता है कि शायद तुमने जो ईमानदारी से कमाया होगा वह पैसा तुम्हें मिल गया और जो बेईमानी किया है वह पैसा तुम्हें नहीं मिला तब दुधारू ने कहा हां बात सही है मैंने दूध में डेली पानी मिलाता था इसीलिए कहते हैं दोस्तों कि कभी भी लाइफ में किसी को धोखा नहीं देना चाहिए कभी गलत काम नहीं करना चाहिए हर एक इंसान से मिल जुलकर रहना चाहिए हम अगर जो इमानदारी से कम आएंगे वह पैसे हमारे होंगे अगर जो हम बेईमानी करेंगे तो हमारे पैसे वह आएंगे और चले जाएंगे तो इसलिए दोस्तों ईमानदारी से कमाए और ईमानदारी से खाए धन्यवाद