अपना घर अपना ही होता है।
बहुत समय की बात है। एक आदमी था। जो बहुत अमीर था। उस अमीर आदमी का नाम सिनू था। उसका एक बेटा था। वो अपने पिता से बहुत प्रेम करता था। अपना घर अपना ही होता है
उसका नाम हेमू था। दोनों बाप और बेटे बहुत खुशी – खुशी रहते थे। हेमू के पापा अपना घर अपना ही होता है
साम आते और तब दोनों साथ में घूमने जाते थे। अपना घर अपना ही होता है
कभी मौल में तो कभी बड़े – बड़े होटल में कभी कभी तो बड़े बड़े पार्क ऐसे ही दिन बीतते चले गए हेमू बडा हो गया। और उसके पिता भी बूढ़े हो गए थे। हेमू की सादी भी धूम धाम से हो गई। कुछ दिन हेमू के सादी के बाद घर में तभी एक दिन
क्या हुआ। कि हेमू के पिता ने हेमू की पत्नी से बोले बहू जरा अपने हाथो से
जलेबिया बनाकर लाना बहुत खाने का मन कर रहा है।
पर हेमू की पत्नी ने जलेबिया नहीं बनाई तभी हेमू के पिता का सबसे प्रिय नोकर
जलेबिया बनाकर पिता जी को दे दिया। तभी हेमू की पत्नी उस नोकर को एक थपड़ मार कर घर से बाहर निकाल दिया। तभी हेमू की पत्नी हेमू की पिता ने
पूछा क्यों तुमने राम लाल को घर से निकाला और थपड़ मारा इतना बोलते ही
हेमू की पत्नी पिता जी को अनाब सनाब बोलने लगी तभी हेमू आ रहा था।
तभी राम लाल काका को बोलया और पूछा क्या हुआ आप रो क्यों रहे है। आप
को तो घर पर होना चाहिए था। राम लाल ने सारी बाते बताए ये सुनकर हेमू को
गुस्सा आया। और तुरन्त राम लला को गाड़ी में बैठाया और घर ले गया घर जाते
ही हेमू ने ऐसे बिहेव किया कि उसे कुछ पता ही नहीं है। वो जैसे ही अपनी पत्नी
के पास जाता है।
हेमू देख कर उसकी पत्नी नौटंकी कर के रोने लगती है। वह जैसे रोती है। हेमू
खिचकर दो थापण मारता है। और घर से निकालने लगता है। तभी हेमू के पिता
और राम लाल काका रोक देते है। तभी हेमू अपने पिता जी का हाथ पकड़ कर
अपने रूम में लेजाता है। और बोलता है।
पिता जी आप मुझे नौकरी से निकाल दीजिए पिताजी क्यों हेमू इसलिए कि मेरी पत्नी को पता चलना चाहिए कि पैसा के बिना और इस घर हक ना मिलने पर
केसा लगता है। पिता ठीक तुम्हे नौकरी से निकाला जाता है। ये बात हेमू की पत्नी को पता चलता है। कि उसके पिता ने नौकरी और घर से निकाल दिया है।
वो तुरंत अपने मायके चली गई।
मायके जाने पर उसके घर वाले ने भी उसको घर से निकाल दिया। क्योंकि उनको
भी पता चल गया था। कि इसके पास कुछ नहीं रहा वह समझ गई और अपने पति के घर वापस आ गई और पिता जी से माफी मागी एवं राम लला काका से भी माफी मांगी और सब खुशी खुशी रहने लगे।
बड़ो कि इज्जत करनी चाहिए।